भालसरिक गाछ/ विदेह- इन्टरनेट (अंतर्जाल) पर मैथिलीक पहिल उपस्थिति

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Wednesday, February 06, 2008

रिश्ता नै दोस्त बनाबू


हम जै समाजक परिवेश म रहेत छलो ! ओय म किछ रिश्ता के बंधन जन्म के साथे जुरल होईया ! पारिवारिक रिश्ता के साथ - साथ हमरा सभक जीवन म जे एक महत्वपूर्ण भूमिका अछि ओ छी दोस्ती के रिश्ता, जकरा हम सब अपन विवेक के द्वारा बनाबे छी ! जकरा सदा निम्हाबे के प्रयाश करे छी ! दोस्त के मुसीबत और दुःख म हम सदा हुनकर साथ दै के प्रयाश करे छी ! हुनकर दुःख क बांटे के भावना हमरा सभक मन क हमेशा प्रेरित करैत अछि ! सही मायने म अहि तरहक इंशान सच्चा दोस्त होई या दोस्त बनेनैय आर दोस्ती करब इ मानवीय स्वाभाव अछि ! हम सब जिम्हर नज़र घुमाबी ओही ठाम देखब की अई दुनिया म छोट बच्चा से लेके बुजुर्ग तक सब के दोस्त होइत अछि ! हमर मानू त बिना दोस्त के हमर सभक जीवन नीरस होई या ! सामाजिक वातावरण म बिना दोस्तक जिंदा रहब मुश्किल अछि !
आबू देखि किछ दोस्त बनाबे के टिप्स आर रिश्ता निम्हाबे के किछ टिप्स, जकरा अपने अपन दैनिक जीवन म उपयोग के क बने सके छी सच्चा दोस्त !

* अगर अपने अंग्रेजी म बातचीत करे के आदि छी आर यदि सामने वाला क अंग्रेजी समझ म नै आबे छैन त अपन अहं क एक तरफ छोइर क सामान्य भाषा म बातचीत शुरू करी !

* आदमी जखन खुद अपन दोस्त बैन जैत छैथ त हुनका दोस्त अपनेआप मिल जैत छैन ! कियेकी हुनकर स्वभाव हुनकर दोस्तक गिनती बढाबेत छैन !

* दोस्ती करैत समय सामने वाला स बातचीत म झिझकपन नै राखी !

* दोस्त स बातचीत के दोंरान अपन रुतबा या हैसियत के रोब देखबे के बजाय सामान्यजन बैन क बात करू !

* अपन परिचय के बाद हुनको बाजे के मौका दीयोंन !

* हमेशा एक दोसर के रूचि के बारे म जाने के प्रयाश करबाक चाही किये की इ दोस्ती के सब स पैघ नुस्खा अछि !

* अपन मन म हमेशा सहयोग के भावना राखी इ आगा जै क बहुत काम आबैत अछि !

* दोस्ती केला के बाद दोस्ती निम्हाबे के प्रयाश करी और छल - कपट, द्वेष भाव स हमेशा दूर रही !

* सब स आखिर आर महत्वपूर्ण बात इ की अगर अपने के दोस्त अपने के सामने किनकरो बुराई करा त बजाय हाँ म हाँ मिलबे के सरल शब्द म हुनका नै कैह दीयोंन !
अई तरहक टिप्स ध्यान म रैख क करल दोस्ती बहुत गहरा होई य ! आहो दोस्ती करे स पहिने इ टिप्स पर ध्यान जरुर देब !!