जन्म तिथि -३० दिसम्बर १९७८; जन्म स्थान -बेल्हवार, मधुबनी ; शिक्षा- स्वामी विवेकानन्द मिडिल स्कूल़ टिस्को साकची गर्ल्स हाई स्कूल़, मिसेज के एम पी एम इन्टर कालेज़, इन्दिरा गान्धी ओपन यूनिवर्सिटी, आइ सी डबल्यू ए आइ (कॉस्ट एकाउण्टेन्सी); निवास स्थान- लन्दन, यू.के.; पिता- श्री शुभंकर झा, ज़मशेदपुर; माता- श्रीमती सुधा झा, शिवीपट्टी। ज्योतिकेँwww.poetry.comसँ संपादकक चॉयस अवार्ड (अंग्रेजी पद्यक हेतु) भेटल छन्हि। हुनकर अंग्रेजी पद्य किछु दिन धरि www.poetrysoup.com केर मुख्य पृष्ठ पर सेहो रहल अछि। ज्योति मिथिला चित्रकलामे सेहो पारंगत छथि आ हिनकर मिथिला चित्रकलाक प्रदर्शनी ईलिंग आर्ट ग्रुप केर अंतर्गत ईलिंग ब्रॊडवे, लंडनमे प्रदर्शित कएल गेल अछि। कविता संग्रह ’अर्चिस्’ प्रकाशित।
२.श्वेता झा (सिंगापुर)
३.गुंजन कर्ण राँटी मधुबनी, सम्प्रति यू.के.मे रहै छथि। www.madhubaniarts.co.uk पर हुनकर कलाकृति देखि सकै छी।
ऐ रचनापर अपन मंतव्य ggajendra@videha.com पर पठाउ।
छाड़ल कारी कारी बादर
एला नइ वीर जवाहर लाल
केहन केहन नाचए अधसर
नइ एला वीर जवाहर लाल
चमकल बिजुरी फन पसारि के
नइ एला वीर जवाहर लाल
सोझ करू उलटल माथ के
ससरैत फूफू करए माथ पर
नइ एला वीर जवाहर लाल
पूरबा अलगे फूफकारइ छइ
प्रतिक्षण विष बकुटि बरसाबइ
छुपल कोन गुफा मे हम सब
नइ एला वीर जवाहर लाल
मंहगाई के बाढ़ि बढ़ल अछि
सबके संचित निधि लुटल अछि
भुक्खल नॉंगर ठाढ़ लजाबथि
नइ एला वीर जवाहर लाल
कोना बचउँ बिन भाला लाठी
बहल भसल सभ मित्र मंडली
राह देखइ छी ,किछु नइ बुझइ छी
नइ एला वीर जवाहर लाल
उचझष्मगपजबलब२नmबष्।िअयm
देशक हाल बेहाल छै बौवा करबा की ?
नेता बनल बैमान बौवा करबा की ?
जीत पठाओल बौवा जकरा संसदमे
वाएह बनल गद्दार बौवा करबा की ?
देशक हाल बेहाल छै बौवा करबा की ?
नङ्गरी सुटका बैसल सभासद संसदमे
बनि बडका बुधियार बौवा करबा की ?
कएने छै अगोरिया एखनो पद्देके लेल
बेच अपन ईमान बौवा करबा की ?
देशक हाल बेहाल छै बौवा करबा की ?
लेस रहल छै जाति धरम आ भाषा भेषक
कोने कोन पसाही बौवा करबा की ?
कना रहल छै जनता के हक्कन
लगा द्वन्द अगराही बौवा करबा की ?
देशक हाल बेहाल छै बौवा करबा की ?
जरा रहल छै स्वार्थक खातिर
टोल टोल आ गाम बौवा करबा की ?
नै छै धधकैत देशक चिन्ता
छै कुर्सी पर ध्यान बौवा करबा की ?
देशक हाल बेहाल छै बौवा करबा की ?
रक्तमय धर्तीक चितकार कोनाक सुुुुनत के
मुनि बैसल सब कान बौवा करबा की ?
सिंचल जकरा सोनित भैर भैर
सएह बनल आइ आन बौवा करबा की ?
देशक हाल बेहाल छै बौवा करबा की ?
बन्दी बना अधिकार जे बैसल
नेता शिर्ष महान बौवा करबा की ?
खोलि कोना स्वतन्त्रता बांटत
बटनाहर सैतान बौवा करबा की ?
देशक हाल बेहाल छै बौवा करबा की ?
कहि रहल छै बुत्ता छ त ला अधिकार
शासन हमर पुस्तैनि तु करबा की ?
मोछ पिजा उठोने मmण्डा जिद्दक लेल
लरबा लेल ललकारै बौव करबा की ?
लरबा लेल ललकारै बौव करबा की ?
देशक हाल बेहाल छै बौवा करबा की ?
२
दमन कुमार झा
हीरा - मोती ................................................
अमन आ चमन दुनू मित्र छल .पहलवान छल .दुनू खूब शक्तिशाली छल.मुदा ओ अपन बलक प्रयोग नीक काज करवा मे नहि अपितु चोरी - डकैती करवा मे करैत छल .
एक दिन दुनू चोरि करवाक निमित्ते घर सं बहराएल .अन्हरिया राति छल .हवा जोर जोर सं बहि रहल छल .झिंगुरक झंकार वातावरण कें डराओन बनने छल .ई दुनू दबले पैरे जा रहल छल .जखन किछु दूर गेल तं गप करवाक आवाज सुनाई देलकै .एकरा दुनू कें कान ठाढ़ भेलै.ई दुनू ओन्हरे बिदा भेल .किछु दूर गेल तं आवाज आर स्पष्ट भेलै .दुनू यात्री अपना मे गप क रहल छल .डर नहि हो ,तें जोर जोर सं बाजि रहल छल.पहिल बाजल -- रे भाइ , हमरा लग एहन मूल्यवान हीरा अछि जे मरै काल तक रखने रहब .एहि पर दोसर बाजल -- रे भाइ , हमरा लग एहन मोती अछि जे राजा - महाराजा लग नहि छनि .ओ मोती हरदम हम अपने लग जोगा क रखने रहैत छी .
दुनूक गप सुनि चोर सभ खूब प्रसन्न भेल .गामक सुनसान जगह पर अबिते दुनू कें पाछू सं चक्कू सटा देलकै .अमन जोर सं बाजल -- सावधान ...? दुनू यात्री अवाक. पुनः गरजि क बाजल - तोरा सभ लग जतेक हीरा -मोती छओ निकल .......नहि तं एतहि खतम क देबौ .ओही मे सं एकटा बाजल -हमरा सभ लग किछु नहि अछि.ताहि पर दोसर चोर चमन गरजि उठल--चुप ...एखन हीरा -मोतीक गप करै छलें .......निकल जल्दी .नहि तं जान मारि देबौ .दुनू कलपति बाजल -- हम सभ ओहिना गप करै छलहुं .डर नहि हुअय तें जोर सं बजैत छलहुं .हमरा सभ कें नहि मारू .......हमरा सभ लग किछु नहि अछि . चुप्प ....... चोर जोर सं बाजल .ओमहर दऽ कऽ घोड़सवार जा रहल छल .ओकरा संदेह भेलै .ओ घोड़ा पर सं उतरि हाथ मे लाठी लऽ ओम्हरे बिदा भेल .जाबे-जाबे चोर किछु करय ता घोड़सवार दुनू कें एहन लाठी मारलक जे दुनू अचेत भ गेल आ हाथ सं चक्कू खसि पडलइ .आब तीनू मिलि क दुनू चोर कें पकड़ि लेलक .घोड़सवार दुनू कें बान्हिक घोड़ा संग दोडबैत ल जाय चाहैत छल .मुदा ई दुनू घोड़सवार कें धन्यबाद दैत बाजल --एकरा दुनू कें छोडि दियौ .हम माफ़ केलियै. एकरा हीरा -मोती चाहियइ ने .....दऽ देबइ .घोड़सवार चौकल -अहाँ ई की करैत छी..?अतेक अमूल्य चीज ओकरा दैत छीयै. हं... मुदा एक शर्त पर-- ओ बाजल. ओकरा ई दुनू चीज हरदम संग मे रख पड़तै. दुनू चोर मुड़ी झुलेलक .पहिल बाजल ---हमरा लग सत्य रूपी हीरा अछि .तं दोसर बाजल --हमरा लग प्रेम रूपी मोती अछि .जं हमरालोकनि एकरा दुनू चीज दऽ देबइ तं दुनियाँक सभ काज क सकैत अछि .सुखी आ खुशी सं रहि सकैत अछि .अपन शक्तिक उपयोग नीक काज लेल क सकैत अछि .सत- पथ पर चलि विजय भ सकैत अछि . दुनू चोर ई बात सुनि दुनुक पैर पर खसि पडल ................किछु दिन बाद अमन आ चमन अपन मेहनतक बल पर ,सत्य -अहिंसाक मार्ग पर चलि क ,सुख चैन सं जीवन बितबैत ,गामक प्रतिष्टित लोक मे गनल जाय लगलाह।
Episodes Of The Life - ("Kist-Kist Jeevan" by Smt. shefalika Varma translated into English by Smt. Jyoti Jha Chaudhary ) 2.Original Poem in Maithili by Kalikant Jha "Buch" Translated into English by Jyoti Jha Chaudhary
Translator:Jyoti Jha Chaudhary, Date of Birth: December 30 1978,Place of Birth- Belhvar (Madhubani District), Education: Swami Vivekananda Middle School, Tisco Sakchi Girls High School, Mrs KMPM Inter College, IGNOU, ICWAI (COST ACCOUNTANCY); Residence- LONDON, UK; Father- Sh. Shubhankar Jha, Jamshedpur; Mother- Smt. Sudha Jha- Shivipatti. Jyoti received editor's choice award from www.poetry.comand her poems were featured in front page of www.poetrysoup.com for some period.She learnt Mithila Painting under Ms. Shveta Jha, Basera Institute, Jamshedpur and Fine Arts from Toolika, Sakchi, Jamshedpur (India). Her Mithila Paintings have been displayed by Ealing Art Group at Ealing Broadway, London."ARCHIS"- COLLECTION OF MAITHILI HAIKUS AND POEMS.
Kalikant Jha "Buch" 1934-2009, Birth place- village Karian, District- Samastipur (Karian is birth place of famous Indian Nyaiyyayik philosopher Udayanacharya), Father Late Pt. Rajkishor Jha was first headmaster of village middle school. Mother Late Kala Devi was housewife. After completing Intermediate education started job block office of Govt. of Bihar.published in Mithila Mihir, Mati-pani, Bhakha, and Maithili Akademi magazine.
Maithili to English
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