विदेह ई-पत्रिका GOOGLE VIDEHA BOOKS
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कुरुक्षेत्रम अंतर्मनक- गजेन्द्र ठाकुर
कुरुक्षेत्रम अंतर्मनक- (तिरहुता वर्सन) गजेन्द्र ठाकुर
कुरुक्षेत्रम अंतर्मनक- (ब्रेल वर्सन) गजेन्द्र ठाकुर
जीनियोलोजिकल मैपिंग डी.वी.डी.
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VIDEHA ENGLISH-MAITHILI DICTIONARY
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ENGLISH-MAITHILI COMPUTER DICTIONARY
विदेह मैथिली कथा 2009-10 (तिरहुता)
विदेह मैथिली पद्य 2009-10 (तिरहुता)
विदेह मैथिली प्रबन्ध-निबन्ध-समालोचना 2009-10
विदेह मैथिली प्रबन्ध-निबन्ध-समालोचना 2009-10 (तिरहुता)
विदेह मैथिली विहनि कथा (तिरहुता वर्सन)
विदेह मैथिली लघु कथा (तिरहुता वर्सन)
विदेह मैथिली पद्य (तिरहुता वर्सन)
विदेह मैथिली नाट्य उत्सव (तिरहुता वर्सन)
विदेह मैथिली शिशु उत्सव (तिरहुता वर्सन)
विदेह मैथिली प्रबन्ध-निबन्ध-समालोचना
विदेह मैथिली प्रबन्ध-निबन्ध-समालोचना (तिरहुता वर्सन)
JAGDISH PRASAD MANDAL
अर्द्धांगिनी..सरोजनी..सुभद्रा..भाइक सिनेह इत्यादि
PRITY THAKUR
Gonu Jha aa Aan Maithili Chitrakatha- Preeti Thakur
Maithili-Chitrakatha- Prity Thakur
RADHAKRISHNA CHAUDHARY
A Survey of Maithili Literature
PREM SHANKAR SINGH
मैथिली भाषा साहित्य: 20म शताब्दी
OM PRAKASH
RAJDEO MANDAL
UDAYA NARAYANA SINGH NACHIKETA
नो एण्ट्री मा प्रविश (देवनागरी)
नो एण्ट्री मा प्रविश (तिरहुता)
SUBHASH CHANDRA YADAV
NEETU KUMARI
CHANDAN KUMAR JHA
AMIT MISHRA
KALIKANT JHA BUCH
SHIV KUMAR JHA TILLOO
RAVI BHUSHAN PATHAK
DEVANSHU VATSHA
VIBHA RANI
UMESH PASWAN
RAMDEV PRASAD MANDAL JHARUDAR
RAM VILAS SAHU
UMESH MANDAL
ANMOL JHA
VINIT UTPAL
BECHAN THAKUR
MUNNAJI
ASHISH ANCHINHAR
VIDEHA
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"विदेह" मानुषिमिह संस्कृताम् :- मैथिली साहित्य आन्दोलनकेँ आगाँ बढ़ाऊ।- सम्पादक। http://www.videha.co.in/
पूर्वपीठिका : इंटरनेटपर मैथिलीक प्रारम्भ हम कएने रही 2000 ई. मे अपन भेल एक्सीडेंट केर बाद, याहू जियोसिटीजपर 2000-2001 मे ढेर रास साइट मैथिलीमे बनेलहुँ, मुदा ओ सभ फ्री साइट छल से किछु दिनमे अपने डिलीट भऽ जाइत छल। ५ जुलाई २००४ केँ बनाओल “भालसरिक गाछ” जे http://gajendrathakur.blogspot.com/ पर एखनो उपलब्ध अछि, मैथिलीक इंटरनेटपर प्रथम उपस्थितिक रूपमे अखनो विद्यमान अछि। फेर आएल “विदेह” प्रथम मैथिली पाक्षिक ई-पत्रिका http://www.videha.co.in/पर। “विदेह” देश-विदेशक मैथिलीभाषीक बीच विभिन्न कारणसँ लोकप्रिय भेल। “विदेह” मैथिलक लेल मैथिली साहित्यक नवीन आन्दोलनक प्रारम्भ कएने अछि। प्रिंट फॉर्ममे, ऑडियो-विजुअल आ सूचनाक सभटा नवीनतम तकनीक द्वारा साहित्यक आदान-प्रदानक लेखकसँ पाठक धरि करबामे हमरा सभ जुटल छी। नीक साहित्यकेँ सेहो सभ फॉरमपर प्रचार चाही, लोकसँ आ माटिसँ स्नेह चाही। “विदेह” एहि कुप्रचारकेँ तोड़ि देलक, जे मैथिलीमे लेखक आ पाठक एके छथि। कथा, महाकाव्य,नाटक, एकाङ्की आ उपन्यासक संग, कला-चित्रकला, संगीत, पाबनि-तिहार, मिथिलाक-तीर्थ,मिथिला-रत्न, मिथिलाक-खोज आ सामाजिक-आर्थिक-राजनैतिक समस्यापर सारगर्भित मनन। “विदेह” मे संस्कृत आ इंग्लिश कॉलम सेहो देल गेल, कारण ई ई-पत्रिका मैथिलक लेल अछि, मैथिली शिक्षाक प्रारम्भ कएल गेल संस्कृत शिक्षाक संग। रचना लेखन आ शोध-प्रबंधक संग पञ्जी आ मैथिली-इंग्लिश कोषक डेटाबेस देखिते-देखिते ठाढ़ भए गेल। इंटरनेट पर ई-प्रकाशित करबाक उद्देश्य छल एकटा एहन फॉरम केर स्थापना जाहिमे लेखक आ पाठकक बीच एकटा एहन माध्यम होए जे कतहुसँ चौबीसो घंटा आ सातो दिन उपलब्ध होअए। जाहिमे प्रकाशनक नियमितता होअए आ जाहिसँ वितरण केर समस्या आ भौगोलिक दूरीक अंत भऽ जाय। फेर सूचना-प्रौद्योगिकीक क्षेत्रमे क्रांतिक फलस्वरूप एकटा नव पाठक आ लेखक वर्गक हेतु, पुरान पाठक आ लेखकक संग, फॉरम प्रदान कएनाइ सेहो एकर उद्देश्य छ्ल। एहि हेतु दू टा काज भेल। नव अंकक संग पुरान अंक सेहो देल जा रहल अछि। विदेहक सभटा पुरान अंक pdf स्वरूपमे देवनागरी, मिथिलाक्षर आ ब्रेल, तीनू लिपिमे, डाउनलोड लेल उपलब्ध अछि आ जतए इंटरनेटक स्पीड कम छैक वा इंटरनेट महग छैक ओतहु ग्राहक बड्ड कम समयमे ‘विदेह’ केर पुरान अंकक फाइल डाउनलोड कए अपन कंप्युटरमे सुरक्षित राखि सकैत छथि आ अपना सुविधानुसारे एकरा पढ़ि सकैत छथि।
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