भालसरिक गाछ जे सन २००० सँ याहूसिटीजपर छल अखनो ५ जुलाई २००४ क पोस्ट'भालसरिक गाछ'- केर रूपमे इंटरनेटपर मैथिलीक प्राचीनतम उपस्थितिक रूपमे विद्यमान अछि जे विदेह- प्रथम मैथिली पाक्षिक ई पत्रिका धरि पहुँचल अछि,आ http://www.videha.co.in/ पर ई प्रकाशित होइत अछि।
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Saturday, April 04, 2009
17 comments:
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bad nik bhaiya
ReplyDeleteधन्यवाद, धन्यवाद। फोटो पर क्लिक केलापर सम्पूर्ण कामिक्स पूर्ण रूपसं देखाइ पड़ल। नताशा तं बड्ड चुलबुली अछि,नताशा-२ केर प्रतीक्षा रहत।
ReplyDeletebah..bah...maithilik pahil cartoon srinkhla dekhi mon jhumi gel
ReplyDeleteekta bat aar bachcha sabh seho khoob khush bhel
ReplyDeletedevanshu ji ehi salak ehi blogak khoj chhathi,
ReplyDeletedhanyavad
anand-aqnand bhay gel
ReplyDeleteadbhut, dosar kari ke pratiksha me
ReplyDeletebachcha sabhak te mauj bhay gel ehi blog par
ReplyDeleteदेवांशु वत्स जी। अहाँक मातृभाषा प्रेम देखि आनन्दित छी। एहिना जे मैथिल छथि एनीमेशन फील्डमे ओ सभ सेहो सोझाँ आबथि आ मैथिलीमे एनीमेटेड कार्टून बनाबथि तँ कतेक नीक होएत।
ReplyDeleteprashansha me shabd nahi achhi
ReplyDeletebah bhai, kamal kay delahu
ReplyDeletemaho maho kay deliyai
ReplyDeletenatasha ke ahan aa ahan ke natasha amar banayat, sadhuvad
ReplyDeletebah devanshu bhai
ReplyDeletevividh pratibha se bharal ee maithil samajak dosar roop dekhi rahal chhi ehi blog par, aai dhari te ehi samaj me kataujh aa dhoortata dekhne rahi,
ReplyDeleteage me ahan chhote hoyab, hamra sabh te aab 55 ke taplahu, muda tathapi ahan aa aar sabh ehi blog se jural lok ke naman
anand- kay delahu bhai
ReplyDeleteNik cartoon katha !
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