भालसरिक गाछ/ विदेह- इन्टरनेट (अंतर्जाल) पर मैथिलीक पहिल उपस्थिति

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Tuesday, April 14, 2009

अटकन-मटकन- बाल-कविता-4


एक टा पुरान मैथिली फकरा प्रस्तुत क रहल छी. दाय आ नानी के मुहं स सुनैत-सुनाबैत ई फकरा के एखनो गाम-घर के बच्चा गाईव क खेलाइत-धुपाइत अछि।


अटकन मटकन
दहिया चटकन
केरा कुश
महागर जोहागर
पुर्णि पत्ता

हिलय डोलय
माघ मास
करैला फरय
ई करैला नाम की
आमुन गोटी
जामुन गोटी
तेतरी सोहाग गोटी
बांस कटय
ठाँय ठाँय
नदी गोगियायल जाय
कमलक फूल दूनु
अलगल जाय
छोटी रानी
जेठी रानी
गेली नहाय
इछुवा बिछुवा
लय गेल चोर
आब कि पहिरती
कौवा के ठोर
कौवा के ठोर में पिलुवा
आव कि पहिरती सिलुवा।


11 comments:

  1. झुमा देलहुँ भाइ।

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  2. bacho sabhak prati ehi blogak mon me utsah dekhi mon hariyar bhay gel, bujhu bachcha bhay gelahu

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  3. bachchak phakra sabh ekhno mon achhi bhai

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  4. bad nik bhai
    अटकन मटकन
    दहिया चटकन
    केरा कुश
    महागर जोहागर
    पुर्णि पत्ता
    हिलय डोलय
    माघ मास
    करैला फरय
    ई करैला नाम की
    आमुन गोटी
    जामुन गोटी
    तेतरी सोहाग गोटी
    बांस कटय
    ठाँय ठाँय
    नदी गोगियायल जाय
    कमलक फूल दूनु
    अलगल जाय
    छोटी रानी
    जेठी रानी
    गेली नहाय
    इछुवा बिछुवा
    लय गेल चोर
    आब कि पहिरती
    कौवा के ठोर
    कौवा के ठोर में पिलुवाआव कि पहिरती सिलुवा।

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  5. bachcha lel maithili me kaj dekhi nik lagal

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  6. bad nik, bal butru sabh lel ,paigho lok ke nik laglanhi

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  7. atkan matkan te jabardast achhi

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  8. sudhanshu8:59 AM

    atkan-matkan dahiya chatkan padhi tripti bhtal

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  9. बहुत नीक प्रस्तुति

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