भालसरिक गाछ/ विदेह- इन्टरनेट (अंतर्जाल) पर मैथिलीक पहिल उपस्थिति
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पाक्षिक ई-पत्रिका ISSN 2229-547X VIDEHA सम्पादक: गजेन्द्र ठाकुर। Editor:
Gajendra Thakur
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लिंकपर आ अखनो ५ जुलाइ २००४ क
पोस्ट http://gajendrathakur.blogspot.com/2004/07/bhalsarik-gachh.html (किछु
दिन लेल http://videha.com/2004/07/bhalsarik-gachh.html लिंकपर,
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गाछ-प्रथम मैथिली ब्लॉग / मैथिली ब्लॉगक एग्रीगेटर) केर
रूपमे इन्टरनेटपर मैथिलीक प्राचीनतम
उपस्थितक रूपमे विद्यमान अछि। ई मैथिलीक पहिल
इंटरनेट पत्रिका थिक जकर नाम बादमे १ जनवरी २००८ सँ "विदेह"
पड़लै।इंटरनेटपर मैथिलीक प्रथम उपस्थितिक यात्रा विदेह- प्रथम मैथिली
पाक्षिक ई पत्रिका धरि पहुँचल अछि,जे http://www.videha.co.in/ पर
ई प्रकाशित होइत अछि। आब “भालसरिक गाछ” जालवृत्त 'विदेह' ई-पत्रिकाक
प्रवक्ताक संग मैथिली भाषाक जालवृत्तक एग्रीगेटरक रूपमे प्रयुक्त भऽ रहल अछि।
विदेह ई-पत्रिका ISSN 2229-547X VIDEHA
झुमा देलहुँ भाइ।
ReplyDeletebad nik bhaiya
ReplyDeletebacho sabhak prati ehi blogak mon me utsah dekhi mon hariyar bhay gel, bujhu bachcha bhay gelahu
ReplyDeletebachchak phakra sabh ekhno mon achhi bhai
ReplyDeletebad nik bhai
ReplyDeleteअटकन मटकन
दहिया चटकन
केरा कुश
महागर जोहागर
पुर्णि पत्ता
हिलय डोलय
माघ मास
करैला फरय
ई करैला नाम की
आमुन गोटी
जामुन गोटी
तेतरी सोहाग गोटी
बांस कटय
ठाँय ठाँय
नदी गोगियायल जाय
कमलक फूल दूनु
अलगल जाय
छोटी रानी
जेठी रानी
गेली नहाय
इछुवा बिछुवा
लय गेल चोर
आब कि पहिरती
कौवा के ठोर
कौवा के ठोर में पिलुवाआव कि पहिरती सिलुवा।
bachcha lel maithili me kaj dekhi nik lagal
ReplyDeletebad nik, bal butru sabh lel ,paigho lok ke nik laglanhi
ReplyDeleteatkan matkan te jabardast achhi
ReplyDeleteatkan-matkan dahiya chatkan padhi tripti bhtal
ReplyDeleteबहुत नीक प्रस्तुति
ReplyDeletenik prastuti
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