भालसरिक गाछ जे सन २००० सँ याहूसिटीजपर छल अखनो ५ जुलाई २००४ क पोस्ट'भालसरिक गाछ'- केर रूपमे इंटरनेटपर मैथिलीक प्राचीनतम उपस्थितिक रूपमे विद्यमान अछि जे विदेह- प्रथम मैथिली पाक्षिक ई पत्रिका धरि पहुँचल अछि,आ http://www.videha.co.in/ पर ई प्रकाशित होइत अछि।
भालसरिक गाछ/ विदेह- इन्टरनेट (अंतर्जाल) पर मैथिलीक पहिल उपस्थिति
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Monday, July 27, 2009
देश भक्ती गीत - मदन कुमार ठाकुर
आईगो क जेका , मेघओ क जेका , तुफ्फान जेका - --
हमहू तिरंगा ल्हरायब हम --
तुफ्फान जेका - --हमहू तिरंगा ल्हरायब हम --२
नेता बदलते अछी , भाषण बदलते अछी -२
लेकिन हमरो राष्ट्रो क बदल नहीं पायब यो -२
तुफ्फान जेका - --हमहू तिरंगा लहरायब हम --२
आसमानओ से ऊपर हमरो तिरंगा लहरात यो
तुफ्फानो से आगू हमरो कदम त बढ़त यो -२
कारगिल पर चाहे जाय परे , शरहद पर चाहे मरै परे -2
नैय सर झुकाय्ब हम , सर कट्टयब हम -2
हमरो ई वादा छी --
तुफ्फान जेका - --हमहू तिरंगा ल्हरायब हम --२
जखन -2 जुल्मक होयत सामना ,
हम वीर जबान करव सामना -२
आज़ाद अछी हमरो देश , स्वतंत्र हमर ई देश ,
आजादी नै मीटायब यो -------
शहिदो क हम सदा नही भुलायब हम ----
तुफ्फान जेका - --हमहू तिरंगा ल्हरायब हम --२
नाचब और े गायब हम , खुशियाँ मनायब हम ---2
हर पन्द्र्ह अगस्त के दिंन ,---
तिरंगा लहरायब हम ---2
तुफ्फान जेका - --हमहू तिरंगा ल्हरायब हम --२
मदन कुमार ठाकुर
पट्टी टोल , कोठिया , भैरव स्थान , झांझरपुर , मधुबनी , बीहार , भारत
ई - मेल - madanjagdamba@yahoo.com
mo - 9312460150
5 comments:
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kargil ker yodha sabh ke mon pari ahan apan charitrik dridhta dekhelahu, tahi lel dhanyavad,
ReplyDeletekavita bad nik lagal
JAY HIND , JAY BHART
ReplyDeleteKARGIL YAD DIYAVAI KE LEL BAHUT-BAHUT DHANYWAD MADNA JI
jay hind jay jay bharat
ReplyDeleteham taiyar hain -2 ho
ReplyDeletejay hind jay bharat
Mithila hamar bahut bahut bahut mahan aichh. lekin aajkal mithila ke mahan beta je chhathin se mithila ke bhuel gelkhin. phir bhi ham sab mithilabasi milkar apan mithila ke aur mahan banayab.
ReplyDeleteahan sabke bahut dhanywaad ki mithila ke bare mein sochai chhi.
Keshav Kumar Jha
Basaitha
Madhubani