मण्डलजी वा मानकीकरणक लेल कोनो हल्ला नै छै, ई मात्र ओइ अपठित मैथिली साहित्यक साहित्यकारकहल्लाक उत्तर छै जिनका ई सफलता अबूझ बुझाइ छन्हि , जे वास्तविकतासँ दूर छथि आ जे मैथिलीक सरकारीकार्यक्रममे (छद्म धरातली कार्यक्रम!) एक दोसराक ढोल पीटै छथि। जगदीश प्रसाद मण्डलक १३ टा पोथी, मैथिलीक सर्वश्रेष्ठ नाटककार बेचन ठाकुरक एक टा पोथी आ राजदेव मण्डलक अम्बरा (जकरा हम २१मशाताब्दीक पहिल दशकक सर्वश्रेष्ठ कविता संग्रह कहने छी) केँ मैथिली पाठक जे स्थान देबाक छलै इन्टरनेटेपर नैधरातलोपर दऽ देने छै। ई सभ पोथी सभ प्रिन्टक संग ऐ लिंकपर सेहो उपलब्ध छै, देखल जाएhttps://sites.google.com/a/videha.com/videha-pothi/ । ७४म सगर रातिमे १५ गोटेकथा पाठ भेलै जइमे जगदीश प्रसाद मण्लक नेतृत्वमे ९ गोटे गेल रहथि, आ शेष मात्र ६ गोटे रहथि, जेँ जगदीश प्रसाद मण्डल तेँ ई सगर राति आइयो चलि रहल छै। मुदा साहित्य अकादेमी आसी.आइ.आइ.एल.क प्रायोजित धरातली कार्यक्रममे से अनुपात नै छै , किएक? कारण ओ संस्था सभ जमीनीवास्तविकतासँ दूर अछि।
-नेट मध्य एशियामे की केलकै अहाँकेँ बुझले हएत। जमीनी स्तरपर निर्मलीमे जे "विदेह समानान्तर साहित्यअकादेमी मैथिली कवि सम्मेलन" आयोजित भेल छलै ओकर सफलतासँ अहाँ भिज्ञ हएब, तहिना विदेह द्वारा जेसमानान्तर साहित्य अकादेमी पुरस्कारक घोषणा भेलै से काल्हि धरि अपठित मैथिली साहित्यक साहित्यकारक मध्य जे अहलदिली अनने छै तहूसँ अहाँ भिज्ञ हएब।
-मिथिलाक आ मैथिलीक विकासक जे वातावरण अखुनका सरकारमे छै की ओ दरभंगा आ आन जमीन्दारी राजवा मैथिल मुख्यमंत्रीक कालमे कहियो रहै? १४ अक्टूबर २०११ केँ मुख्यमंत्री नीतिश कुमारकेँ निर्मलीमे जगदीश प्रसाद मण्डलक ५ टा आ राजदेव मण्डलक एकटा पोथी देल गेलन्हि, मुदा जखन चेतना समितिक बैसकीमे श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल, पटनामे ओ मैथिलीक ऐ संस्थाकेँ मैथिल ब्राह्मणक संस्था बुझने रहथि आ बाजलो रहथि (बड़ाइयेमे सही, वोटक उद्देश्येसँ सही) तँ कियो सांकेतिको करेक्शन नै केने रहथि? १४ अक्टूबर २०११ धरि ओ मैथिलीकेँ मैथिल ब्राह्मणक भाषा बुझै छलाह!!
-नवीनजीकेँ नवारम्भ पत्रिकामे चांग्ला कहल गेल छलन्हि, श्रीनिवासजी आ नवीनजीकेँ "हम पियाला हमनिवाला" आ आर की-की कहल गेल छलन्हि। की हुनका प्रत्युत्तर देबाक हक नै छन्हि? नवीन जीक कोन पाँतीमेगारि छै से बताएल जाए, तखन हम आर फरिछा कऽ ओकर सन्दर्भ दऽ सकब।
-अहाँक ई कथन जे हम ए.सी.मे रहि कऽ मिथिलाकेँ नै बुझि पाबि रहल छी आदिपर हमर यएह उत्तर अछि जे ऐ सभसँ हम भविष्यमे "असत्यकेँ सत्य" कहनाइ नै शुरू कऽ देब।
फजलुर रहमान हासमीक आइ २०-०७-२०११ केँ मृत्यु भऽ गेलन्हि। जन्म -पटना जिलाक बराह गाममे। वृत्ति अध्यापक। हिन्दी कविता संग्रह "रश्मि राशि" आ मैथिली कविता संग्रह "निर्मोही" प्रकाशित। १९९६मे अबुलकलाम आजाद- अब्दुलकवी देसनवी, उर्दूसँ मैथिली अनुवादपर साहित्य अकादमीक मैथिली अनुवाद पुरस्कार।
(हिनकर एकटा कविता)
हे भाइ
हे भाइ
हमरा जुनि मारह
तोँ हमरा
दोसर जाति
दोसर धर्म्मक बूझि रहल छह-
मुदा हम छी
तोरे भ्राता
अग्रज वा अवरज!
हमरा सभकेँ एके माता
नहि मारह
गैर जानि कऽ
संसारक दृष्टिमे
तोँ पार्थ
आओर
हम “राधेय” बनल छी
मुदा “पृथा” जानि रहल अछि
हदय कानि रहल अछि
चुप अछि
मजबूरीसँ
बेवसीसँ
हे भाइ हमरा नहि मारह...।
(साभार:by Gajendra Thakur)
By: Kumar Umesh Mahto
Like · · Share · See Friendship · 16 minutes ago ·
Gajendra Thakur July 20
You, Ramashankar Jamayyar, रवि भूषण पाठक, Om Prakash Jha and 27 others like this.
Vijay Kumar Jha shradhanjali..
July 20 at 9:21pm · Unlike · 10 people
Ranjeet Jha humar sader pranam
July 20 at 9:26pm · Unlike · 10 people
Raman Dutt Jha फोटो में कविता से रूबरू करावै लेल बहुत बहुत धन्यवाद |
July 20 at 9:27pm · Unlike · 9 people
Dhirendra Premarshi हाशमीजीक प्रति हमर हार्दिक श्रद्धासुमन। हम अपन गीत एतबए दुआ मङै छी अल्लाह एकरा कबूल कइए लिहऽ मे हुनकर सन्दर्भ राखि हुनक ई कविता सेहो रखने छियनि-प्रलयंकारी भूकम्पसरकारक दिससँ राहतठीक ओसक बुन्नजकाँहाथी तँ ठाढेठाढ नहा गेलआ चिडइपिआसलक पिआसले रहि गेल
कृपया हुनक जीवनी रखबाक प्रयत्न करब उमेशजी।
धीरेन्द्र प्रेमर्षि
July 20 at 9:31pm via · Unlike · 11 people
Nagendra Kumar Jha hamro dis se shradhanjali
July 20 at 9:35pm · Unlike · 11 people
Shiv Kumar Jha हमर जन्म मातृक मालीपुर मोड़तरमे भेल, हाशमीजी ओइ गामक बगलमे शिक्षक छला, मालीयेपुर गाममे रहै छला, हमर बाबूजी स्व. कालीकान्त झा बूच सँ साहित्य साधनाक क्रममे बड्ड अन्तरंगता भऽ गेल छलनि, पारिवारिक सम्बन्ध जकाँ, हमर बाल्यकालक उपनाम "टिल्लू" हिनके राखल छलनि, जखन हम नेना छलौं (४-५ बर्खक) तँ ओ हमरा कहै छला- "टिल्लू मियाँ राही, पेटमे कराही, आ दौरऽ हो सिपाही"-- हुनका हमरादिससँ श्रद्धांजलि..
July 20 at 9:44pm · Unlike · 9 people
Rajdeo Mandal shradhanjali
July 20 at 10:04pm · Unlike · 6 people
Manoj Kumar Mandal ekta sunya..ee sunya bharat?
July 20 at 10:11pm · Unlike · 4 people
Nand Vilas Roy dukhad ,, muda jeevanak satya
July 20 at 10:14pm · Unlike · 5 people
Priyanka Jha ekta maithilik lel samarpit vyaktitvak nidhan
July 20 at 11:36pm · Unlike · 4 people
Kaushal Kumar Karej paigh bh' gel het maithili ke dushmansab ke
July 21 at 12:42pm · Like · 1 person
Binit Thakur dukhak ghot pibi har 1 gyani badhe jeevan ke or. jakhan apan keo teje duniya shradha sa bahe nor. e sansar maaya ke nagri kahait achhi shastra puran. shradh suman rahamaaj jee k. hamar apan kichh pait sa. BINIT THAKUR
July 21 at 2:41pm · Unlike · 2 people
Sanjay Kumar Mandal श्रधान्जली....
July 21 at 11:50pm · Unlike · 1 person
Shiv Kumar Jha HASMEE JEEK DEHANT SAN MAITHILI KEN JE KSHATI BHEL OKAR VIVECHAN SAMBHAV NAH.
July 22 at 2:54pm · Like
14 minutes ago · Like
भ' गेलनि...बेगुसराय निवासी हासमी जी कें मैथिली मे अनुवाद लेल साहित्य अकादेमी पुरस्कार
सेहो भेट चुकल छनि....हिनक कविता सभ बाद चर्चित रहल अछि....हुनके पांति सँ हुनका श्रद्धांजलि ....
सरकारी रिलीफ ...हाथी नहा गेल आ छुट्टी पियासले रहि गेल....
Unlike · · Unfollow Post · July 20 at 4:28pm
You, Prabhat Ray Bhatt Uyfm, Deepak Ranjan, Sanjay Jha and 20 others like this.
Pradeep Chaudhary mata rani hunka aatma ke shantee pradan karaith
July 20 at 11:11am · Unlike · 5 people
Ashish Anchinhar dukhad samachar.........
July 20 at 4:30pm · Unlike · 5 people
Bhaskar Jha maithili sahitya ke bhari kshati!!!!!
July 20 at 4:30pm · Unlike · 6 people
Umesh Mandal दुखद समाचार...
July 20 at 4:31pm · Unlike · 5 people
Vinit Utpal श्रद्धांजलि
July 20 at 4:31pm via · Unlike · 5 people
Pawan Jha दु:ख भेल... मैथिली के एक्टा और क्षति ................
July 20 at 4:32pm · Unlike · 5 people
Shefalika Verma Fajlu rahman Hashmi jik dehawsan s Maithili sahitya ker apurniya kshati bhel....MAITHILIK EKTA STAMBHA..... HARDIK SHRADHANJALI....
July 20 at 4:34pm · Unlike · 5 people
Daya Jha Mithilanchali ati dukhad samachar.
July 20 at 4:37pm · Unlike · 5 people
Pankaj Jha श्रद्धांजलि.
July 20 at 4:38pm · Unlike · 5 people
Poonam Mandal दुखद समाचार... श्रद्धांजलि...
July 20 at 4:39pm · Unlike · 6 people
Sanjay Kumar Mandal बहुत दु:ख भेल......
July 20 at 4:41pm · Unlike · 5 people
Raman Dutt Jha Hardik sardhanjali...
July 20 at 4:49pm · Unlike · 5 people
Dhanakar Thakur हमर सभक श्रद्धानाजली हस्मीजी
के
धनाकर ठाकुर
Dr. Dhanakar Thakur
Spokesman,
Antarrashtriya Maithili Parishad
July 20 at 4:50pm via · Unlike · 6 people
Amarendra Yadav ke karat ehi kshati ke purti ?
July 20 at 4:51pm · Unlike · 5 people
Kumar Shailendra Hasmiji Succha maithilipremi rahathi.Hunak vinamrata aakarsit karaet chal aa aakhi me ekta ajeeb san dard rahaet chal. Allaha hunak samasta prijan ke e dukh sahabak sahas dethu.Hunka Jannat nasib honi.Hardik SRADHANJALI.
July 20 at 5:00pm · Unlike · 5 people
Arvind Thakur जाहि किछु लोकक उपस्थितिसँ मैथिलीक उदार छवि बनैत छल,ओहिमे सँ हासमी एक छलाह|एहि क्षति आ शुन्यक पुर्ति नहि भए सकत|सृजन-यात्राक एक सहयात्री घटि गेल|अश्रुपुर्ण श्रद्धांजलि…।|
July 20 at 5:48pm · Unlike · 7 people
Daya Jha Mithilanchali aai ekata aar kurshi sunn bha gel,hamar manak vina ke tar tuti gel.
July 20 at 5:55pm · Unlike · 5 people
Daya Jha Mithilanchali shradhanjali arpit.
July 20 at 5:56pm · Unlike · 5 people
Kumar Umesh Mahto dukhad samachar
July 20 at 8:08pm · Unlike · 5 people
Daman Kumar Jha hamro ekhene pata lagal achhi,hunak chehara pratyksha bha aayal achhi,katek din hunka lel ....... anane chhi.shradhanjali
July 20 at 8:23pm · Unlike · 8 people
Prity Thakur shradhanjali
July 20 at 8:31pm · Unlike · 7 people
(हिनकर एकटा कविता)
हे भाइ
हे भाइ
हमरा जुनि मारह
तोँ हमरा
दोसर जाति
दोसर धर्म्मक बूझि रहल छह-
मुदा हम छी
तोरे भ्राता
अग्रज वा अवरज!
हमरा सभकेँ एके माता
नहि मारह
गैर जानि कऽ
संसारक दृष्टिमे
तोँ पार्थ
आओर
हम “राधेय” बनल छी
मुदा “पृथा” जानि रहल अछि
हदय कानि रहल अछि
चुप अछि
मजबूरीसँ
बेवसीसँ
हे भाइ हमरा नहि मारह...।
July 20 at 8:53pm · Like · 8 people
Vijay Kumar Jha fazlur ji ke aatma ke khuda jannat dai..shradhanjali
July 20 at 9:19pm · Unlike · 8 people
Daman Kumar Jha HAASHMIJIk prasidha kavita thik THARMASAK CHAAH"' E THARMAS ACHHI/AEHI ME CHAAH ACHHI/GARAM-GARAM CHAAH/EYAH ACHHI HAMMAR JEEVAN/EYAH BHA-SAKAIT ACHHI/HAMMAR MREETYU/ JKHAN DHARI BHARAL RAHAIT ACHHI/THARMAS ME CHAAH/TA DHARI BHEER RAHAIT ACHHI MEETRAK/THARMAS RIKT HOITE /BHEER CHHANTI JAITACHHI/HAMRA RAAKHA PARAIT ACHHI/DHIYAN/DEG DEG PAR/THARMASK/MEETRAK/THARMASAK RIKT HOITANHI/HAMAR MEETRA BANI JAYIT/DOSARAK MEETRA............'' HAASHMI
July 20 at 9:23pm · Unlike · 7 people
Vijay Kumar Jha bah daman bhai,,ahank nebok chah seho achhi...
July 20 at 9:24pm · Unlike · 6 people
Vijay Kumar Jha hashmi ji nnek lok rahathi, bahute gote ke maithili me anlanhi
July 20 at 9:25pm · Unlike · 6 people
Nagendra Kumar Jha neek kavita raakhlahu daman ji, he bhai bala kavita hamra sabhak class x maithili me rahay, hashmi ji ke shradhanjali
July 20 at 9:36pm · Unlike · 7 people
Shiv Kumar Jha हमर जन्म मातृक मालीपुर मोड़तरमे भेल, हाशमीजी ओइ गामक बगलमे शिक्षक छला, मालीयेपुर गाममे रहै छला, हमर बाबूजी स्व. कालीकान्त झा बूच सँ साहित्य साधनाक क्रममे बड्ड अन्तरंगता भऽ गेल छलनि, पारिवारिक सम्बन्ध जकाँ, हमर बाल्यकालक उपनाम "टिल्लू" हिनके राखल छलनि, जखन हम नेना छलौं (४-५ बर्खक) तँ ओ हमरा कहै छला- "टिल्लू मियाँ राही, पेटमे कराही, आ दौरऽ हो सिपाही"-- हुनका हमरादिससँ श्रद्धांजलि..
July 20 at 9:42pm · Unlike · 8 people
Bechan Thakur fazlur ji ke hamar shradhanjali
July 20 at 10:00pm · Unlike · 5 people
Dhirendra Kumar fazlur bhai nai rahlah sahsa vishwas nai hoiye..naman oei aatma ke
July 20 at 10:02pm · Unlike · 5 people
Durganand Mandal hashmi ji ke aatmak sadgati lel parmatma se prarthana
July 20 at 10:07pm · Unlike · 4 people
Kapileshwar Raut mrit aatma ke shradhanjali
July 20 at 10:16pm · Unlike · 4 people
Avinash Jha bahut dukhad samachar, hasmi jee k nidhan s maithali bhasha aa sahitya k bahut paigh aaghat
July 20 at 10:27pm · Unlike · 4 people
Priyanka Jha hashmi ji ke shraddha suman arpit karai chhi
July 20 at 11:36pm · Like · 2 people
Anshuman Satyaketu Ekta setu je jorait chhal du ta dhara k , je banhait chhal samanantar baanh k . Tuti gel. Kshati ehi lel je sambhav vishmigat bha' gel.
July 21 at 7:30am via mobile · Unlike · 2 people
Anshuman Satyaketu Ekta setu je jorait chhal du ta dhara k , je banhait chhal samanantar baanh k . Tuti gel. Kshati ehi lel je sambhav vishmigat bha' gel.
July 21 at 7:30am via mobile · Unlike · 2 people
Anshuman Satyaketu Ekta setu je jorait chhal du ta dhara k , je banhait chhal samanantar baanh k . Tuti gel. Kshati ehi lel je sambhav vishmigat bha' gel.
July 21 at 7:30am via mobile · Unlike · 2 people
Shiv Kumar Jha VIDEHA SAMPOONA GROUPAK DISH SAN MAHAAN KAVI KEN SHRADHANJALI.
July 21 at 3:10pm · Unlike · 2 people
Sanjay Kumar Mandal अफसोस...!
July 21 at 11:48pm · Unlike · 1 person
२०६८ साल आसीन १४ गते , नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान आ जनचेतना अभियान नेपालक संयुक्त अभियानमे झिझिया महोत्सव मनाओल गेल । एहि कार्यक्रमक सभापति रहथि श्री रामभरोस कापडि भ्रमर, उद्घाटक श्री विमलेन्द्र निधि, नेपाली कांग्रेसक केन्द्रिय सदस्य एवं सभासद आ मंच संचालक श्रीअशोक दत्त ।
उद्घाटन भाषण करैत प्रमुख अतिथि श्रीविमलेन्द्र निधि कहलनि जे डाइन जोगिन प्रथा पर आधारित झिझिया मुख्यत ः महिला लोकनिक थिक । मैथिली भाषा ओ साहित्यमे संस्कृतिक संरक्षण आवश्यक अछि । एहिसं सामाजिक समरसत्ता बढैत अछि । आइ जे झिझिया नृत्य संस्कृति विलुप्तक कगार पर अछि तकरा बचयबाक ओ अस्मिताके ई जगयबाक सार्थक प्रयास थिक । ओ एहि कार्यक्रमक उद्घाटन दीप प्रज्वलित क कयलनि ।
विषय प्रवर्तनक क्रममे स्वागत भाषण करैत श्रीराम भरोस कापडि भ्रमर , नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानक परिषद सदस्य, प्राज्ञ कहलनि जे झिझिया नृत्य आइ सं बारह–तेरह सय वर्ष पहिने शुरु भेल होयत । डाइन जोगिनसं बच्चा बुतरुके बचयबाक हेतु मिथिलाक महिला लोकनि द्धारा ई नृत्य होइत छल । जेकि ई हमरा लोकनिक सभ्यता संस्कृतिक अंग थिक तें आइ एकरा बचयबाक बेगरता अछि । नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानद्धारा आयोजित ई कार्यक्रम वस्तुतः अपन संस्कृतिके बचयबाक ओरियाओन थिक । आई सात गोट टीम झिझिया नृत्य प्रस्तुत करत आ एहि सभ संस्थाके कोनो ने कोनो रुपमे प्रोत्साहित करबाक एवं सम्मानार्थ पुरस्कृत करबाक अछि । विभिन्न स्थानक पुरस्कार राशि भिन्न भिन्न अछि । अंक पत्रक आधार पर क्रमश ः प्रथम, द्धितीय ओ तृतीय श्रेणीक बिजेता टीम घोषीत कयल जायत । निर्णायक मण्डलमे तीन गोट व्यक्तित्वक चयन कयल अछि –सर्वश्री डा. प्रफुल्ल कुमारसिंह मौन, डा. रेवती रमणलाल आ अयोध्यानाथ चौधरी । अंक पत्रमे पचास अंक विभिन्न क्षेत्र–वेश–भुषा मौलिक नृत्य, मौलिक गीत, घैलक बनावटि आ समग्र । जनकपुरमे एहि तरहक आयोजन पहिल थिक । ओ नेपाल प्रज्ञा प्रष्ठिानद्धारा कयल गेल काजके सविस्तार उल्लेख कयलनि । डा. राजेन्द्र प्रसाद विमल जनाओल जे तन्त्र मन्त्रक परम्परा वैदिक कालसं अछि । ई झिझिया नृत्य वैदिक ऋचासं लेल गेल अछि । ई एकटा आनुष्ठानिक यज्ञ बुझी तं थिक । एक तरहे लोक जागरणक प्रभाव थिक । डाइनक विभिन्न मुद्रा आ क्रिया–कलाप होइत अछि । मुइल बच्चाके जिया क नंगटे नाचब, नगर कोतबालके देखब अर्थात तन्त्र मन्त्रक प्रभाव कोनो ने कोनो रुपमे पड्तिे अछि । एहिसं लोक मुक्ति चाहैत अछि । समष्टि चेतनाक अन्तर्गत व्यक्ति चेतना समाहित भ जाइत अछि । शिव स्वयं अनादिक देवता छथि । परम्पराक निरंतरता तंत्र थिक । पितृपक्षमे पितरक बौआइत आत्मा सभ अबैत रहैत छथि ताहि क्षुधित आत्माक तृप्ति एहि झिझिया नृत्यमे होइत अछि । वैदिक परम्पराक निरंतरता घट नृत्यमे होइत अछि । इन्द्रियक ओ भाग जे पकडमे नहि अबैक से चेतना आ चेतनाक ओ भाग जे पकड्मे नहि अबैक से देव आ एहि दुनुक मध्य थिक तन्त्र । चेतनाक उध्र्वीकरणक लेल समाजक आवश्यकता छैक । झिझिया नृत्य बुझी त वैदिक, तान्त्रिक आ लौकिक परम्पराक समन्वित रुप थिक । एहिमे समयक अनुकुल परिष्कार आ भविष्यके देखैत वर्तमान स्तर पर विकासक रुप देबाक थिक ।
प्रो. परमेश्वर कापडिक कथन छल जे झिझिया मात्र नृत्येटामे नहि अछि आ ने गीत मे । ई जीवन सं जुडल बात थिक । तें मनुख्खक जीवन केन्द्रित ई नृत्य अक्षुण्ण रहबाक चाही ।
मंच संचालक अशोक दत्त जनाओल जे ई नृत्य महिला सशक्तिकरणक घोतक थिक । विशिष्ट अतिथि डा. प्रफुल्ल कुमारसिंह अपन आलेख प्रस्तुत करैत झिझिया नृत्यक परम्परा, विकास ओ सम्भावना पर अपन विचार प्रस्तुत करैत अतीतक कथा उदाहरणक रुपमे प्रकट कयलनि । ओ जनौलनि जे एहिमे दू तरहक भावना प्रकट होइत अछि – पहिल जे डानिके डानिपनक विरोधस्वरुप गारि पढब आ दोसर डाइनपनसं मुक्तिक बाट । सहस्र छेदबला घैलके लऽ कऽ नृत्य करव जाहिमे दीप बरैत होअय । ओ इहो स्पष्ट कयलनि जे बखरीक बकरियो डाइन होइत अछि । बाल रुच कथा ( चित्र सेन महाराजक भागिन ) माध्यमे ओ अपन बातके सिद्ध करैत एहि अनुष्ठानिक यज्ञके सामाजिक समरसताक आधार पर सिद्ध कयलनि । ओ व्यक्त कयलनि जे आलेखमे बहुत किछ झिझियाक विषयक विचारक उल्लेख अछि जे पढित भेला पर बहुत किछु शंकाक समाधान होयत ।
डा.रेवती रमणलाल जनाओल जे झिझिया नृत्य लोक पारम्परिक थिक । एहिमे महिला वर्गक सक्रियता होइत अछि । ई महिला जागरणक प्रतीक थिक आ संस्कृतिक आस्था पर्व ।
तदुपरान्त झिझिया नृत्य हेतु सात गोट टीमक प्रदर्शन भेल जाहिमे छल १. मां जानकी झिझिया टीम २. भैरव झिझिया टीम ३. जन चेतना अभियान झिझिया टीम ४.मिथिला मीडिया हाउस झिझिया टीम ५. नारी विकास केन्द्र झिझिया टीम ६.मां जानकी झिझिया टीम जानकी नगर ७. ज्वालामुखी झिझिया टीम सिनुरजोडा ।
निर्णायक मंडलद्धारा निर्णीत परिणामके घोषित कयलनि श्री रामभरोस कापडि भ्रमर सभापति जे प्रथम स्थान जन चेतना अभियान झिझिया टीम, द्धितीय भैरव झिझिया टीम आ तृतीय मिथिला मिडिया हाउस आ क्रमशः प्राप्त अंक छल १०१, ९९ एवं ९४ आ चारिटा टीमके सान्त्वना पुरस्कार सं पुरस्कृत कयल गेल । प्रथम पुरस्कार ३००० टाका, द्धितीय २००० टाका एवं तृतीय १००० टाका आ सान्त्वना पुरस्कार ५०० टाकाक छल ।
तदुपरान्त श्री रामभरोस कापडि भ्रमर लिखित भैया अएलै अपन सोराज नाटक जनचेतना अभियान मुजेलियाद्धारा मंचित भेल । एहिमे भाग लेलनि सर्वश्री राम विहारी राय–दीना, नरेश मण्डल– भद्री, सुनिल कुमार यादव–जोरावर सिंह, हरबाह–मिथुन यादव, रेविया–सुनिल राउत, लठैत–भोला मण्डल आ जयकरन, बुढी–पुष्पा यादव, कहार–सुरज मण्डल, महेश धनकार, पाश्र्व गायक–रामदेव सदा, बेचन सदा, भोला मण्डल, प्रकाश–नरेश मण्डल, ध्वनि विस्तार– संजय झा, रुप–सज्जा–भोला मण्डल, निर्देशक सुनिल कुमार यादव अछि ।
एकि कायक्रम पर टिप्पणी करैत राजेश्वर नेपाली कहलनि जे कार्यक्रमक जतेक प्रशंसा कयल जायत थोड होयत । ई बहुत पैघ काज भेल अछि । संस्कृतिके बचयबाक प्रयास भेल अछि । नाटकक सफल मंचन भेल अछि जे हृदयके छुलक अछि । सामाजिक जागरण होयत से विश्वास झलकैत अछि ।
समग्रतामे टिप्पणी करैत चन्द्रेश स्पष्ट कयल जे धर्म–अधर्म ओ अन्ध विश्वाससं जुडल तन्त्र मन्त्र पर आधारित ई झिझिया नृत्य महिला चेतनाक प्रतीक थिक । एहिमे शारीरिक ओ मानसिक स्तर पर विकास होइत अछि । ई गतिशील मुद्रामे होइत अछि । देहक नसमे शोणितक प्रवाह आ एकाग्रतामे ध्यान केन्द्रित कऽ ई नृत्य अवस्से मानसिक चेतनाके जगबैत अछि आ स्नायुतन्त्रके झंकृत कऽ स्वस्थ्य मानसिकताक विकास करैत अछि ।
ओ नाटक पर विचार केन्द्रित करैत जनाओल जे सामन्ती शोषणक विरोध स्वरुप ई नाटक सामाजिक–राजनैतिक चेतनाक संग लोक चेतनाके जगबैत अछि । वस्तुतः ई नाटक ओ लुत्ती थिक जकर पसाहीमे धु–धु जरैत सामन्ती मनोवृतिक नाश होयत आ नव उमंगमे लोक जीवनक नव संस्कार होयत । खासकऽ अभिनयकर्ता लोकनि अपन–अपन स्वभाविक ओ यथार्थ अभिनयमे रंगमंचक सार्थकता सिद्ध कयल अछि से एहि नाटकक सफलता ओ सबलता थिक । हमरा विशेषकऽ मिथुन यादव, हरबाहक अभिनय ततेक निक लागल अछि जे आनो आन कलाकार गणसं एहिसं सीखबाक थिक जे अभिनयक सजीवता मर्म स्थल धरि उतरि सकय । ओना कोनो पात्रक अभिनय ककरो सं कम नहि, सभ उपरा–उपरी । मुदा बुढी–पुष्पा यादवक अभिनयमे आरो निखार होयबाक थिक ।
श्री अयोध्यानाथ चौधरी कहलनि जे स्वाभाविकतामे पनुगैत ई नाटक वस्तुतः समाजमे लोकजागरण आनत । डा.रेवती रमणलाल एहि नाटकक भरपुर प्रशंसा कयलनि । ओ एहन–एहन नाटक खेलयबा पर जोड देलनि ।
डा. प्रफुल्ल कुमारसिंह मौन कहलनि जे भैया अएलै अपन सोराज नाटकक कथानक ओ उदेश्य पूर्णतः जीवन्त अछि । अभिनयकर्ताक अभिनयमे बुझायल जे सभ केओ स्वयं भोक्ता छथि । एहिमे सामन्तवादक प्रखर विरोध भेल अछि ।
डा. राजेन्द्र प्रसाद विमलक कथन जे ई नाटक दलित चेतनाक प्रतीक थिक । अन्र्राष्ट्रिय जगतमे एहन नाटकक मांग अछि तें एकरा अंग्रेजीमे अनुदित होयबाक चाही । संगहि ओ एहि नाटकके काठमाण्डुक गुरुकुलमे प्रदर्शन पर जोड देलनि । नाटकमे किछ एहन दृश्यक संयोजन अछि जे जीवन्तताक प्रतीक थिक आ हम ई नाटक देखि भाव विभोर भऽ गेलहु ।
अन्तमे सभापति भ्रमर जनाओल जे एहि कार्यक्रमके सम्पादित कऽ आ दर्शकक उत्साह देखि हम गौरवान्वित बोध करैत छी आ नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानसं आरो काज करबाक लेल हम संकल्पित छी ।
निष्कर्ष –
१. कार्यक्रम पूर्ण रुपेण सफल रहल ।
२.सयोसं बेसी महिलाक उपस्थिति दर्शक वृन्दमे महिला जागरणक प्रतीक बनि उभरिकऽ आयल ।
३. झिझिया नृत्यक संयोजन पहिल बेर जनकपुर की नेपाल परिसरमे भेल खासकऽ नृत्य प्रतिगागिताक रुपमे सम्पादित ।
४.ई एतिहासिक महत्वक दिन कहल जायत जे अपन अस्मिता ओ संस्कृतिक उत्थानक लेल भेल ।
५. सात गोट झिझिया टीमक उपस्थितिबोध अवस्से महिला वर्गके पहिल खेप मंचपर आयब आ अपन नृत्य प्रस्तुत करब अबस्से महिला वर्गक प्रतिनिधित्वक सुूचक बनल । खासकऽ निम्नेतर महिला वर्गक प्रतिनिधित्व होयब समाजमे नारी जागरणक प्रतीक थिक ।
६. उद्योग वाणिज्य संघक हाँल खचाखच भरल रहल । झिझिया नृत्य आ नाटक होयबा धरि दर्शकगण नहि हिलल–डोलल ।
७. भैया अएलै अपन सोराजक प्रस्तुत कैक ठाम भेल अछि । मुदा एहि ठामक प्रस्तुतिमे सजीवता ओ जीवन्तता प्रदर्शित भेल ।
८. सभ वयसक लोकके ई कार्यक्रम प्रभावित कयलक ।
९. एहिमे निम्नेतर वर्गक प्रतिनिधित्व त भेवे कयल आ विशेष कऽ ओहि वर्गक लोकके अपन समारोह जे बुझायल से सभक मोनके जीति लेलक । खासकऽ बुढ पुराणक संगहि बूढि महिला सभ सेहो खुशीमे उठि बैसल ।
१०. नाटकमे किछु विसंगति अबस्से खटकल खासकऽ संगीत पक्षक क्रमबद्धतामे, मुदा अभिनय पक्ष ओ गीतक माधुर्यमे सभटा बिला गेल ।
११. अभिनयकर्ताके आरो अभिनयके उचाई पर कलात्मकतामे लऽ जायब आवश्यक । मुदा प्रस्तुतिक सफलता निस्सन्देह सफल थिक ।
१२. कार्यक्रम सुस्थिर, सुनियोजित आ व्यावहारिक रहल ।
१३. ई सत्य थिक जे एहि नाटकक गमैया परिवेशमे जे अभिनयकर्ताद्धारा सजीवता प्रस्तुत कयल गेल अछि से प्रशंसनीय थिक ।
१४. झिझिया नृत्यमे महिला वर्ग प्रदर्शित कऽ अपन उद्गार व्यक्त कयलनि से देखिते बनैत छल । कारण नृत्यकर्मी वर्गक मनुहार स्पष्ट झलकि उठल । खासकऽ पुरस्कृत होयबाक काल महिला वर्गक उत्साह देखवायोग्य छल ।
१५. जे महिला वर्ग भाग नहि लेलनि से अगिला महोत्सवमे भाग लेबाक हेतु उत्साहित भाव प्रकट कयलनि ।
१६. समग्रतामे लोक कल्याणपरक कार्यक्रम उध्र्वमुखी भेल आ अपन विशिष्टतामे अमिट तिथि साबित केलक ।
पान एलैए । मखान एलैए । धिया पूताके खायके सामान एलैए ।
आई कोजाग्रत पूर्णिमा । नव दम्पतिक घरमे हर्ष वधाई भ रहल अछि । पान मखान आ मिष्ठान्नक खर्च बढि गेल अछि । सन्ध्या वतासा लुटाओल जाएत ।
एहि अवसरपर जानकी मन्दिरमे एक सय एक भाड आएल । असलमे रतौलीक महेन्द्रप्रसाद ठाकुरके परिवार विगत एक सय छ वर्षस‘ कोजाग्रत पूर्णीमाक दिन जानकी मन्दिरमे भाड पठवैत आएल छथि । असलमे ठाकुर परिवार भगवती सीताके बेटी मानैत अछि आ बेटिए जकॉ आजुक दिन पान,मखान,मिष्ठान्न आ कपडा लत्ताक भाड पठवैत आएल छथि ।
आई सन्ध्या जानकी मन्दिरमे सेहो भव्यताकसग कोजाग्रत पूर्णिमा मनाओल जाएत । मैथिलानीलोकनि राम सीताक चुमाओन करौतीह । महन्थ रामतपेश्वर दास वैष्णव सीताक पिताक रुपमे मखान आ बतासा लूटौताह ।
(चित्र श्यामसुन्दर शशि)
भारतीय जनता पार्टीक वरिष्ठ नेत लाल कृष्ण आडवाणीक जन चेतना यात्राक लऽकऽ पार्टीक प्रदेश इकाई दिन-राति एक कएने अछि। सिताबदियारा सॅ लऽ कऽ बक्सरक उŸार प्रदेश सॅ सरल सीमा धरि श्री आडवाणीक स्वागत मे कोनो कसरि नहि नहि छोड़लक अछि। छोट सॅ पैघ सभ नेताक पोस्टर आब नजरि आबए लागल अछि। भाजपाक एहि पोस्टर मे सभ नेताक फाटो तऽ अछि मुदा प्रधानमंत्रीक दावेदार मानल जाए बाला गुजरातक मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदीक फोटो एहि पोस्टर मे नजरि नहि आबि रहल अछि। पार्टीक सूत्र सॅ भेटल जनतबक अनुसार पार्टी नेतृत्व एहि वास्ते सभके कड़गर निर्देश देने अछि जे एहि मात्रा मे कोनो तरहक विवाद नहि हो ते श्री मोदीक फोटो सॅ नेता आ कार्यकर्ता परहेज करथि। ओना गुजरातक विकास आ मोदी सरकारक कामकाज पर गर्व करऽ बाला भाजपाक अपन कार्यक्रम मे अपन नेता सॅ परहेज करबा सॅ भाजपा कार्यकर्ता भीतरे-भीतर मायूस छलाह।
दरअसल भाजपा सॅ दोस्ती हाथ मिलौने बिहारक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नीक लगैत अछि मुदा नरेन्द्र मोदी संग हाथ मिलैबा सॅ हुनका रंज भऽ जाइत अछि ते नीतीश कुमार के खुश रखबाक लेल बिहार भाजपा श्री मोदी सॅ दूरी बना कऽ राखऽ चाहैत अछि। नरेन्द्र मोदी आ नीतीश कुमारक विवाद बिहार मे भेल पार्टीक राष्ट्रीय कार्यकारिणीक भेल बैसक मे खुलिक सोझा आएल छल आ मुख्यमंत्री द्वारा भाजपा नेता सभके देल गेल भोजक न्योत बिजो होमए सॅ पहिनहि रद्द कऽ डेग उठौनेरहल अछि। जन चेतना यात्रा सॅ पहिनहि भाजपा अचेत नहि भऽ जाए ते मोदीक फोटो सॅ परहेज कऽ हुनका सचेत करबाक प्रयास पार्टी कएलक अछि। ओना श्री आडवाणीक एहि प्रस्तावित यात्रा सॅ मोदी नाराज बुझि पड़ैत छथि। राष्ट्रीय कार्यकारिणीक बैसक मे नवरात्राक बहन्ने अनुपस्थित भऽ एकर स्पष्ट संकेत दऽ देलनि अछि। मोदीक नाराजगीक कारण आडवाणी गुजरात सॅ यात्रा प्रारंभ करबाक योजना के बदलि सम्पूर्ण क्रान्तिक प्रणेता जय प्रकाश जन्म भूमि सिताबदियारा सॅ यात्रा प्रारंभ करबा पर विवश भेलाह अछि।
नीतीश कुमारक नरेन्द्र मोदी सॅ दूरी बनाएल रखबाक बीत लऽ बुझि पड़ैत अछि मुदा भाजपाक मोदी सॅ परहेज करब कार्यकर्ता सभके सेहो नहि गला सॅ नहि उतरि रहल अछि, मुदा पार्टी नेतृत्वक निर्देश मानब हुनक मजबूरि अछि। ओना पार्टीक एकटा आर वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी आ बिहार मे भाजपाक मजगूत स्तम्भ कैलाशपति मिश्र सेहो एहि बेर पोस्टर सॅ गायब छलाह। कहियो पार्टीक नारा छल भारत मॉ के तीन धरोहर अटल आडवाणी मुरली मनोहर। हालांकि अटल आ आडवाणीक प्रासंगिकता पार्टीक एखनो बुझा रहल अछि मुदा जोशी पार्टीक पेटारक धरोहर बनि गेल छथि।
वास्तव मे नरेन्द्र मोदी पार्टीक कतेको नेताक लेल खतरा बनि गेल छथि। तें वातानुकूलित कमरा मे बैसि भाजपाक राजनीति कएनिहार दिल्ली ब्रान्ड नेता सभ हुनका राष्ट्रीय राजनीति मे दखल सॅ रोकबाक लेल एकजूट छथि। हालांकि पार्टी लग मोदीक फोटो नहि देबाक मजगूत तर्क सेहो अछि। ई तर्क अछि जे पार्टीक पोस्टर मे भाजपा शासित प्रदेशक कोनो मुख्यमंत्रीक फोटो नहि अछि तें मोदीक फोटो सेहो नहि अछि। यानि भाजपा मोदी के मात्र मुख्यमंत्री मनैत अछि। पार्टीक राष्ट्रीय नेताक रूप मे मान्यता देबाक साहस नहि कऽ रहल अछि कि एक तऽ एहि सॅ दिल्लीक कुर्सी पर कब्जा करबा मे बाधा आबि सकैत अछि। मोदीक भाजपाक पोस्टर बाय बनला सॅ राजगक कूनबा ठनमना जयबाक आशंका भाजपा के सेहो अछि।
प्रधानमंत्री भाजपा
भाजपाक वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणीक जन चेतना यात्रा प्रदेश सॅ बिदा भऽ उत्तरप्रदेश मे प्रवेश कऽ गेल अछि। दू दिवसीय ई यात्रा बिना कोनो विवाद सफलतापूर्वक सम्पन्न भेला पर प्रदेशक भाजपाई चैनक सांस लेलनि अछि। यात्राक विरोध करबाक घोषणा मात्र घोषणा साबित भेल आ प्रधानमंत्री पदक उम्मीदवारी आ नरेन्द्र मोदी प्रकरण पर सेहो कोनो विवाद नहि आएब पार्टीक लेल राहत देबऽ बाला रहल। स्वयं आडवाणी सहित भाजपाक कोनो नेता सिताबादि यारा सॅ लऽ कऽ उŸार प्रदेशक सीमा धरि गोटेक 298 किलोमीटर यात्राक दरमियान नरेन्द्र मोदी शब्द धरि मूॅह सॅ नहि निकाललनि। हालाकि श्री आडवाणी प्रधानमंत्री पद पर अपन दावेदारीके खारिज करैत सफाई देलनि जे एकर निर्णय पार्टी करत मुदा उत्तर प्रदेश मे यात्रा प्रारंभ भेलाक संगहि प्रधानमंत्री पदक मामिला एक बेर फेर गर्म भऽ गेल अछि। महादेवक नगरी वाराणसी मे भाजपाक फायर ब्रान्ड नेत्री उमा भारती एहि मामिला पर अपन मूॅह कि खोललनि। पार्टीक भीतर घमासान प्रारंभ भऽ गेल।
उत्तर प्रदेश मे भाजपाक जड़ि मजगूत करऽ मे लागत उमा भारती वाराणसी मे कहलनि जे जन जागरण यात्रा श्री आडवाणी के प्रधानमंत्री बनाओत आ देशक अगिला प्रधानमंत्री होएब तय अछि। आडवाणीक मतभेदक बाद पार्टी दोड़ि अपन अलग पार्टी बना राजनीतिक हैसियत बुझि चूकल सुश्री भारती एहि बेर आडवाणीक समर्थन मे मैदान मे कूछि गेला सॅ आडवाणी विरोधी खेमाक निन्द उड़ि गेल अछि। जखन बात प्रधानमंत्रीक हो तऽ भला केओ कोना चुप रहि सकैत अछि। राजनीति कोनो तपस्या नहि अछि। एहि मे सभक हित छोड़त अछि। ते देशक सर्वोच्च राजनीतिक पदक उम्मीदवारीक बाजार जखन खुजि गेल अछि तऽ सभ अपन-अपन शेयरक भाव बढ़बऽ मे लागि गेल छथि। सुश्री भारतीक आडवाणीक समर्थन मे देल गेल बयानक बाद वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हाक सक्रियता ई संकेत दडरहल अछि जे पार्टीक भीतर एक अनार सय बिमार क स्थिति अछि। श्री सिन्हा स्पष्ट कएलनि जे पार्टी मे प्रधानमंत्री पदक लेल कतेको योग्य नेता छथि। एहिये ओ अपना आपके सेहो सम्मिलित करैत कहलनि जे एहि पर अंतिम निर्णय पार्टी करत। हालाकि जन चेतना यात्रा के हरियर झण्डी देखा विदा करऽ बाला बिहारक मुख्यमंत्री नीतीश कुमारक राजनीतिक इंजीनियरिंग सेहो तेजी सॅ चलि रहल अछि।
संसदक चुनाव मे एखन दू वर्ष अछि मुदा पदक लेल शह-मात करवेल एसनहि सॅ प्रारंभ भऽ गेल अछि। हिरेन पण्ड्या, संजीव भट्ट आ लोक पालक मामिला पर आलोचना सहि रहल गुजरातक मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के सद्भावना मिशन मे खुलि कऽ समर्थन देबऽ बाला कतेको भाजपाईक आडवाणीक यात्राक समर्थन मे उतरला सॅ मोदीक दावेदारी एखन कमजोर भेल अछि आ शायद एहि कारण यात्रा पूर्व संध्या पर मोदी आडवाणीक समर्थन कऽ एखन तत्काल एहि विवाद पर विराम लगैबाक संकेत देलनि अछि मुदा आडवाणीक यात्राक सफलता स ॅप्रधानमंत्री पदक लेल हुनक दावेदारी मजगूत होएत। एहि वास्ते आडवाणीक पारिवारिक कूनबा सेहो मैदान मे उतरल अछि। श्री आडवाणीक बेटी प्रतिभा आडवाणी यात्राक संग-संग चलि पूरा व्यवस्था पर गहिर नजरि रखने अछि। आडवाणी एण्ड कम्पनी एहि बेर कोनो चूक नहि होमए देबऽ चाहैत अछि आ पीएम इन वोटिंगक सीट जनताक न्यायालयक माध्यम सॅ कान्फार्म करैबाक बेचैन अछि तऽ दोसर दिस राजगक दोसर घटक जदयू सेहो एहि पर नजरि रखने अछि। ज्यो राजग सताक लऽग पहूंचल तऽ भाजपाक भीतर आडवाणी मोदीक संघर्ष मे नीतीश कुमार राजगक सर्वसम्मति पसंद भऽ सकैत छथि। आ एहि मे आडवाणी खेमाक समर्थन सेहो भेटि सकैत अछि। ओना भाजपाक दशा आ दिशा ओकर मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ तय करैत अछि ओहि दशा मे संघक पहिलआ अंतिम पसंद भाजपाक राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीन गडकरी भऽ सकैत अछि। श्री गडकरी पार्टीक नेता सभ के जोड़क झटका धीरे सॅ ओजन बढ़ैबाक तैयारी मे लागि गेल छथि।
चंदा मामा दूर के ,
पूरी पकाए गुर के
अपने खाए थारी में ...............!
किएक ठकैत छिऐ बचबा केँ, हमरो ठकने रही बच्चामे सभ मिल कऽ , नै-नै, ई बच्चासभकेँ चुप करबाक रामबाण इलाज छै........, के कहलक अहाँकेँ आ की अनुभव अछि....अंजाद नै अछि ठीक –ठीक।
शायद दुनु भऽ सकैत अछि ! मुदा चंदा मामा कहिया चंद्रमा भऽ गेल बुझल नै अछि , शायदनमहर भऽ गेलौं हम , नै तँ ई वैज्ञानिक दृष्टिकोणक दोष छै ...!
जहिया सँ बुझलिऐ जे चंदा मामा एगो ग्रह छै तहिया सँ रिश्ता टूइट गेल मामा भगिनाक ....!चौरचनक दिन जे हृदय कोणमे कनी श्रद्धा बाँचल रहैत अछि ओ उमरि अबैए ! वैज्ञानिकदृष्टिकोणक तर्कसँ बहुत व्यक्तिक आस्था सेहो डगमगाइत देखलियेए जिनगीमे ! भौतिकज्ञानसँ मोनमे जोर -घटा चलऽ लागैत छै ......किछु शेष बचलापर दौर गेलौं मंदिर दिस नै तँत भरि जिनगी टाइम रहितो सबहक पास टाइमक अभाव होइ छै............!
आइयो वएह चाँद छै मुदा ओइमे कोनो बुढ़िया चरखा चलबैत नजरि नै आबि रहल अछि !बौवाकेँ खेलबैत रही ....एना ता अनचिन्हारक कोरामे नै जाएत जल्दी , जावत तक चंदामामाक रेफेरेंस नै देबै ! चांदनीक शीतल आ शांतिक परिवेशमे बैसल रही छत पर,वास्तविकतासँ दूर ..........कने दू -चारि डेग आगाँ बढेने रही ..........तखने लागल जेपाछाँसँ कियो टीक पकड़ि कऽ झीक देलक ........!
सुनैत छिऐ............नीचाँ आउ -कनियाँ सोर पारलक।
लागल जे कियो चंद्रलोकसँ मृत्युलोकमे बजा रहल अछि .......मोनक तराजूपर बटखरा राखिदेलक कियो ....डगमगा गेल कनी काल लेल एकबैग मोन !
असलियत जनलाक बाद कतेक चीजसँ लोकक नाता टूइट जाइ छै .....किछु सजीवसँ, किछुनिर्जीवसँ ......., कतेक ज्ञानवस् कतेक अज्ञानतावस् ........., समयपर जरूरत पड़लापरकमी खलै छै !
ओ ज्ञान कोन काजक जेकरा जनितो आदमी जिनगी भरि अज्ञानी बनल रहैए , मोनमेअंतर्द्वन्द्व रहैत छै भरि जीवन , सही गलतक फैसला लेबऽ मे असमर्थ रहैत अछि !
मुदा समयक संग फायदा हएत ई निश्चित अछि ! समयक अनुसार चलबामे नफ्फा छैक ,चंदा मामा रहथि आकि चंद्रमा, की फरक पड़ैत छै ! छिऐ तँ एकैगो !
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