मिथिला युवा बंधू के लेल खाश !!
भालसरिक गाछ जे सन २००० सँ याहूसिटीजपर छल अखनो ५ जुलाई २००४ क पोस्ट'भालसरिक गाछ'- केर रूपमे इंटरनेटपर मैथिलीक प्राचीनतम उपस्थितिक रूपमे विद्यमान अछि जे विदेह- प्रथम मैथिली पाक्षिक ई पत्रिका धरि पहुँचल अछि,आ http://www.videha.co.in/ पर ई प्रकाशित होइत अछि।
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Monday, February 04, 2008
सात फेरा के सात वचन
मिथिला युवा बंधू के लेल खाश !!
8 comments:
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जेठक दुपहरि बारहो कलासँ उगिलि उगिलि भीषण ज्वाला आकाश चढ़ल दिनकर त्रिभुवन डाहथि जरि जरि पछबा प्रचण्ड बिरड़ो उदण्ड सन सन सन सन...
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खंजनि चलली बगढड़ाक चालि, अपनो चालि बिसरली अपन वस्तुलक परित्याकग क’ आनक अनुकरण कयलापर अपनो व्यिवहार बिसरि गेलापर व्यंपग्यय। खइनी अछि दुइ मो...
badi sundar bat kahlun han
ReplyDeleteham aanha ke aye bat par vichar jarur karbye
Apnek bat ta bad sunder lag rahal aae. muda ekta bat aach je e kaljug chai e kaljug mein na kiyo ram bha saket chai aa nai kiyo sita. lekin kiyo yadi ram chait ta hunka sita nai bhete chain. aur kiyo yadi sita chait ta hunka ram nai bhete chain. Dosar bat je Ramayan aur mahabharat ke yudh ekta patni ke karan bhel aae. e bat ke hamesa diyan mein rakhu.tahan e 7 vachan ke viyakhya karu ta sobniya hait. Danyabad
ReplyDeleteभैया हम अपने के बात स सहमत छी जे रामायण और महाभारत के युद्ध एक पत्नी के कारन भेल रहे ! पर अपने इ किये भूले रहलो या की यदि ओ युद्ध भेल छले त खाली पापी के संघार करे के लेल रामायण और महाभारत यदि नै हेतिये त इ रावण और दुसासन जेहेंन पापी के नास कोना हेतिये ! दुनु युद्ध विधि के विधान रहे पत्नी का ओई म त खाली कारण बनेल गेल या !!
ReplyDeleteDear,
ReplyDeleteBahoot neek kar rahel chi.
regards.
S.N. Jha
http://biharlokmanch.org
जन मानस परिष्कार मंच
ReplyDeleteयुग परिवर्तन की यह बेला आपको सपरिवार मंगलमय हो | शिव की शक्ति, मीरा की भक्ति, गणेश की सिद्धि, चाणक्य की बुद्धि, शारदा का ज्ञान, कर्ण का दान,राम की मर्यादा, भीष्म का वादा, हरिश्चंद की सत्यता, लक्ष्मी की अनुकम्पा एवम् कुबेर की सम्पन्नता प्राप्त हो यही हमारी शुभकामना है |
आपके स्नेहाधीन
राजेंद्र माहेश्वरी
पोस्ट- आगूंचा , जिला - भीलवाडा, पिन - ३११०२९ ( राजस्थान ) भारत
ईमेल personallywebpage@gmail.com
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स्वरदूत - 01483-225554, 09929827894
baDDa nik blog achhi ee
ReplyDeleteee blog samanya aa gambhir dunu tarahak pathakak lel achhi, maithilik bahut paigh seva ahan lokani kay rahal chhi, takar jatek charchaa hoy se kam achhi.
ReplyDeletedr palan jha
-:एक निवेदन:-
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