मान्यवर,
विदेहक नव अंक (अंक 6 दिनांक 15 मार्च 2008) ई पब्लिश भ' गेल अछि। एहि हेतु लॉग ऑन करू http://www.videha.co.in | एहि अंकमे विवेकानन्द झाक अंग्रेजी निबंध साहित्यकेँ समाजसँ जोड़बाक उद्देश्यसँ राखल गेल अछि। ज्योतिझाचौधरीक कविताक संग पञ्जीकारजीक पञ्जी पर निबंध देल गेल अछि। प्रवासी मैथिल स्तंभमे विदेहक इतिहासकेँ आँगा बढ़ाओल गेल अछि। रचना लिखबासँ पहिने.. स्तंभमे मैथिली अकादमी द्वारा निर्धारित भाषाक अंकन कएल गेल अछि, आँगाक अंकमे अन्यान्य रचनाक संग एकर सभ बेर पुनरावृत्ति कएल जायत।मिथिला कला चित्रकलाकेँ श्री उमेश कुमार महतो जे बहादुरगंज,किशनगंजक छथि, केर चित्रकला प्रदर्शित अछि। मुल्क राज आनन्द अपन अंग्रेजी किताब मधुबनी पेंटिंगक द्वारा मिथिला पेंटिंगक नामे केँ बदलि देलन्हि। मुदा बहादुरगंज, किशनगंजक ई चित्रकार प्रदर्शित करैत छथि जे वस्तुतः ई मिथिला पेंटिंग अछि।बालानां कृते द्वारा मैथिली बाल साहित्यक अभावकेँ दूर करबाक प्रयास कएल गेल अछि, तँ संगीत शिक्षा आ' संस्कृत शिक्षा द्वारा मिथिलाक संगीतमय आ' संस्कृतमय इतिहासकेँ पुनर्ज्जीवित कएल जा रहल अछि। मुख्य पृष्ठ प्रीति ठाकुर द्वारा (गौरी-शंकरक अंकन) डिजाइन आ' चित्रित कएल गेल अछि। गौरीजी शिवक गर्दनिसँ अपन गरदनि बाहर निकालि अद्भुत भक्त्ति-भाव प्रकट कएने, छथि। एहि मूर्त्तिकेँ आ' एहि मे खचित मिथिलाक्षरक 1200 साल उरान लिपिक छटा मिथिलाक खोज स्तंभमे देल गेल अछि, जतय नेपाल आ' भारतमे पसरल मिथिलाक माटिक अन्यान्य चित्र सेहो उपलब्ध अछि। मिथिलाक रत्नमे साहित्यकारक अतिरिक्त खेलकूद आ' अन्यान्य विधासँ संबंधित (संगीत,फिल्म,पत्रकारिता,इतिहास,संस्कृत आ' अंग्रेजी, अर्थशास्त्री,डिप्लोमेट,रजनीतिज्ञ आदि)मिथिलाक विभूतिक चित्र प्रदर्शित अछि। वेबसाइट खोलला अनन्तर विद्यापतिक 'बड़ सुखसार पाओल तुव तीरे'क वाराणसीक गंगातट पर शहनाइ पर भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान द्वारा बजाओल, आ' तबला पर किषन महाराज आ' वायलिन पर श्रीमति एन. राजम द्वारा बजाओल संगीत बाजि उठैत अछि। संपर्क_खोज स्तंभ पर मिथिला आ' मैथिलीक साइट सभक संकलन/लिंक देल गेल अछि।सभटा पुरान अंक आर्काइवक अंतर्गत राखल गेल अछि।विदेहक अपन सर्च इंजिनसँ विदेहक नव-पुरान अंककेँ ताकल जा' सकैत अछि। दोसर सर्च इंजिनसँ मैथिलीक विशेष संदर्भमे संपूर्ण वेबकेँ ताकि सकैत छी।पुरान किताब सभक डिजिटल इमेजिंग विदेह कॉर्पोराक अंतर्गत करबाओल जा' रहल अछि। वेब सर्चेबल डिक्शनरी जाहिमे पाठक नव-नव शब्द जॉड़ि सकताह केर कार्य सेहो आरंभ कएल गेल अछि। मैथिलीमे बालानांकृतेक एनीमेशन सेहो शुरू कए देल गेल अछि।प्ञ्जीक मिथिलाक्षर आ' देवनगरीक पत्रक सेहो स्कैनिग शुरू भ' गेल अछि। ई सभ शीघ्र आर्काइवक अंतर्गत देल जायत।विदेहक पुरान अंक सामान्य आ' pdf फॉर्मेटमे आर्काइवक अंतर्गत राखल गेल अछि। पाठक पाक्ष्क पत्रिकाक pdf संस्करण डाउनलोड सेहो कए सकैत छथि।
अपनेक रचना आ' प्रतिक्रियाक प्रतीक्षामे।
गजेन्द्र ठाकुर
Dear Sirs,
The new issue of Videha (Issue 6 date 15 March 2008)
has been e-published at http://www.videha.co.in/ .In this issue Vivekananda Jha's essay DO WE REALLY EXIST AS NATION has been published as it was realized that literature cannot remain separate from political realities.The poem of Jyoti Jha chaudhary, Panjikaarajee's essay has been placed and History of Videha has been further carried forward in Prawasi Maithili (in English) column.The standardization of Maithili has been attempted and for this in 'Rachna Likhba se pahine' column Maithili Academy,Patna's suggestions has been placed and it will be repeated under this column alongwith other articles in every forthcoming issue.Under A concept Mulkraj Anand coined in his book 'Madhubani Painting' and after that Mithila Painting came to be known as Madhubani Painting.Under column Mithila kala Chitrakala a young artist of Kishanganj District shri Umesh Kumar Mahto has shown that the painting is really Mithila Painting.In Children's column the paucity of Children's literature in Maithili has been addressed and in Samskrit Shixa and Sangeet Shixa the historical continuity of Mithila with Music and Samskrit has been revived.The frontpage has been designed and painted by Preeti Thakur(Gauri Shankar's Image). The Gauriji's neck is coming out of Shiva and the viewers get devoted by seeing them.The original photos and 1200 year old Mithilakshar script on this photo can be seen in Mithilak Khoj column, where exceptional seens of Mithila of India and Nepal has been placed. Under 'Mithila Ratn' personalities, old and new from the field of Maithili,Samskrit and English literature, from sports,film,music,of historians,journalists,economists,diplomats etc.has been placed. Whe one opens the site Vidyapati's Bar Sukh Sar paaol tua teere, rendered in music at the bank of The Ganges at Varanasi by Bharat Ratn Bismillah Khan on Shahnai,Kishan Maharaj on Tabla and Smt. N.Rajam on Violin gets playing.On sampark_khoj page links/addresses of sites on Mithila and Maithili has been placed.Videha's own search engine enables readers to search contents of old-new issues of videha.On the second search engine readers can search whole web in special context of Maithli.The Digital imaging of old Maithili books has been started under Videha Corpora Project,web searchable English Maithili dictionary in English and Roman scripts simultaneously has also been started where the readers will be able to add/suggest new Maithili words,animation project of children's literature has also been started,the scanning of Mithilakshara and Devanagari Panjis has also been started. All these will be soon available on Videha Archieve.The normal and pdf versions of old issues of videha has been placed at Videha Archieve section. The readers can download pdf versions of the fortnightly magazine.
Awaiting your creation and suggestion.
GAJENDRA THAKUR
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