अपने सँ देखब दोष कहिया अपन।
ध्यान सँ साफ दर्पण मे देखू नयन।।
बात बडका केला सँ नञि बडका बनब।
करू कोशिश कि सुन्दर बनय आचरण।।
माटि मिथिला के छूटल प्रवासी भेलहुँ।
मातृभाषा विकासक करू नित जतन।।
नौकरीक आस मे नञि बैसल रहू।
राखू नूतन सृजन के हृदय मे लगन।।
खूब कुहरै छी पुत्री विवाहक बेर।
अपन बेटाक बेर मे दहेजक भजन।।
व्यर्थ जिनगी अगर मस्त अपने रही।
करू सम्भव मदद लोक भेटय अपन।।
सत्य-साक्षी बनू नित अपन कर्म के।
आँखि चमकत फुलायत हृदय मे सुमन।।
श्यामल सुमन, प्रशासनिक पदाधिकारी टाटा स्टील, जमशेदपुर - झारखण्ड,
चाचाजी अपनेक आगमन सs ब्लॉगक शान दुगुणित भो गेल ! ब्लॉग प्रेमी बंधूगन कें अपनेक आर निक निक रचना पढाई लेल मिल्तैन इ आशा अछि !
ReplyDeleteश्यामल सुमन जी, मैथिल आर मिथिलामे अहाँक आगमन एहि ब्लॉगकेँ आर सुवासित बना देलक। अहाँसँ आर ढेर रास रचनाक भविष्यमे सेहो आशा रहत।
ReplyDeleteबात बडका केला सँ नञि बडका बनब।
ReplyDeleteकरू कोशिश कि सुन्दर बनय आचरण।।
माटि मिथिला के छूटल प्रवासी भेलहुँ।
मातृभाषा विकासक करू नित जतन।।
satya kahal shyamal ji
ee blog te din par din chandrama jeka badhal ja rahal achi, kichu aan blog me chandramak ghatanti dekhal ja rahal achi, muda etay mithila aar maithil blog me poornima sada rahat se vishvas achhi,
ReplyDeleteखूब कुहरै छी पुत्री विवाहक बेर।
ReplyDeleteअपन बेटाक बेर मे दहेजक भजन।।
व्यर्थ जिनगी अगर मस्त अपने रही।
करू सम्भव मदद लोक भेटय अपन।।
सत्य-साक्षी बनू नित अपन कर्म के।
आँखि चमकत फुलायत हृदय मे सुमन।।
bad nik
ee blog nirantar rachnatmak aa navin rachna se poorna bujhi me abait achhi, matik sugandhik sang
ReplyDeleteutkriskt rachna sabhak bhadar achi ee site, parishramak parinam sarvada nik hoit achi, rang roop me seho utkrishta aayal acchi rachane jeka.
ReplyDeletebahut nik rachana.
ReplyDeleteजितू जी, गजेन्द्र जी, मोहन जी, उमेश जी, अंशुमाला जी, ज्योति जी, पालन जी एवं राहुल जी,
ReplyDeleteअपने सब केँ कोटिशः धन्यवाद। निरन्तर अहाँ सभक स्नेह भेटत एहि आशा केर संग
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
atyuttama prastuti
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