भालसरिक गाछ/ विदेह- इन्टरनेट (अंतर्जाल) पर मैथिलीक पहिल उपस्थिति

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Sunday, April 12, 2009

अन्तर्राष्ट्रिय मैथिली सम्मेलन









जितेन्द्र झा

११ अप्रैल २००९ ।

अन्तर्राष्ट्रिय मैथिली परिषदक 19 म् सम्मेलनके उदघाटन करैत प्रधानमन्त्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड कहलनि अछि जे भाषाक आधारमे संघीयताक एàतिहासिक निर्णय होब' लागल अछि । शनिदिन काठमाण्डूक ललितपुरमे शुरु भेल दुदिना 19 म अन्तर्राष्ट्रिय मैथिली सम्मेलनके उदघाटन करैत प्रधानमन्त्री एहन निर्णय होब' लागल अछि से कहलनि ।


मैथिली भाषा नेपालक दोसर पैघ भाषा होइतो उपेक्षित रहल कहैत प्रधानमन्त्री "भाषाक आधारमे संघीयता भेलाकबाद मैथिलीके न्याय भेटत" कहलनि । खस भाषा अन्य भाषाके अतिक्रमण क' रहल दाबी करैत प्रधानमन्त्री भाषाक आधारमे स्वायत्त प्रदेशक निर्माणके बाद आन भाषाक उत्थान हएत बतौलनि । मैथिली भाषा नेपाल आ भारतबीच सेतु रहल हुनक कहब रहनि।


मैथिली भाषाक महाकवि विद्यापतिक प्रतिमा काठमाण्डूमे स्थापित हुअए ताहिलेल सभाहलसं हुटिङ भेलाक बाद प्रधानमन्त्री राजधानीमे विद्यापतिक शालिक स्थापना कएल जएबाक प्रतिबद्धता व्यक्त कएलनि ।


सम्मेलनमे मधेशी जनअधिकार फ़ोरमक सह अध्यक्ष एवं कृषि तथा सहकारीमन्त्री जयप्रकाश प्रसाद गुप्ता मधेशीक मूल समस्या आन्तरिक औपनिवेशीकरण रहल बतौलनि । मधेशक समस्या समाधानक लेल एक मधेश एक प्रदेश अत्यावश्यक रहल कहैत गुप्ता कहलति लडाई एखन बांकी अछि । विगतमे लादल गेल 'एक भाषा एक भेष एक संस्कृति"द्वारे मैथिलीक विकास नर्इं भ' सकल भूमिसुधार तथा व्यबस्थामन्त्री महेन्द्र पासवानके कहब रहनि ।


नेपाल पत्रकार महासंघक अध्यक्ष धर्मेन्द्र झा देशमे संघीय राज्यप्रणाली हएबाक तय रहल अबस्थामे मिथिला राज्य पर जोड देल जएबाक चाही से कहलनि ।

अन्तर्राष्ट्रिय मैथिली परिषदक उपाध्यक्ष तथा प्रवक्ता धनाकर ठाकुर कहलनि 'मिथिलावासीक संघर्षसं मात्र मिथिला राज्यक स्थापना हएत' । तहिना भारतसं आएल प्रतिनिधि डा राजमोहन झा नेपालमे जाधरि मिथिला राज्यक स्थापना नई हएत ताधरि देशमे कोनो विकास सम्भव नइ रहल दाबी कएलनि । मल्ले के सुन्दर नेवार आ मैथिली संस्कृति मिलैत जुलैत रहलाक कारणà मैथिली भाषा भाषीक लेल नेवारी समुदाय सेहो योगदान देत से आ·ाासन देलनि । एहिके लेल काठमाण्डूमे मैथिलीक महाकवि विद्यापतिके स्मारक बनएबामे सहयोग करबाक प्रतिबद्धता ओ व्यक्त कएलनि ।


ओहि अवसरमे प्रधानमन्त्री मैथिली भाषा, संस्कृतिमे योगदान देनिहार व्यक्तित्वके सम्मानित कएने रहथि । सम्मेलनमे संस्थागत सुदृढिकरणकर्ता मुखीलाल चौधरी, रंगकर्मी रन्जु झा आ मैथिली पढाइ उत्प्रेरक कार्यदल राजविराजके सम्मानित कएल गेल । तहिना भारत बिहारक रहिका निवासी मैथिली आन्दोलन अगुवा चुनचुन मिश्र आ लोकसाहित्यकार डा महेन्द्रनारायण रामके सम्मानित कएल गेलनि।


परिषदक अध्यक्ष भुवने·ार गुरमैताक सभापतित्वमे भेल उदघाटन कार्यक्रममे सम्मेलनक संयोजक रामरिझन यादवले सम्मेलनक औचित्यक विषयमे बाजल रहथि । तहिना कमलकान्त झा, वि·ानाथ पाठक,सम्मानित महेन्द्र नारायण राम, मुखिलाल चौधरीसहितक वक्ता मन्तव्य व्यक्त कएने रहथि । उदघाटन कार्यक्रमक बाद मैथिली सास्कृतिक कार्यक्रम भेल छल ।


सम्मेलन आयोजक समितिक अनुसार नेपालमे सभस बेशी बाजल जाएबला दोसर भाषा मैथिली भारतमे 16 म् स्थानमे अछि । वि·ामें सभसं बेशी बाजल जाएबला भाषामे मैथिली 26 म स्थानमे अछि । वि·ाभरिमे मैथिली बजनिहार साढे चारि करोडसं बेशी रहल अनुमान कएल गेल अछि ।

jitumaithil@gmail.com

12 comments:

  1. Anonymous12:00 PM

    sachitr samachar se mon gadgad bhay gel bhai

    mahesh jha

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  2. बहुत निक खुस खबरे अछि जीतू जी बहुत-बहुत धन्यवाद अपनेक कॉ
    जय मैथिल जय मिथिला जय मैथिल समाज

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  3. jor se kahu jai mithila, bhartak lok sabak lethu

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  4. nepal me bhar te beshi nik sthi achhi maithilik, etay te ee brahmanak aa karn kayasthak bhasha bani gel achhi

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  5. मुखीलाल चौधरी, रंगकर्मी रन्जु झा आ मैथिली पढाइ उत्प्रेरक कार्यदल राजविराज ,
    रहिका निवासी चुनचुन मिश्र आ लोकसाहित्यकार डा महेन्द्रनारायण रामकेँ बधाई संगमे धर्मेन्द्र झाकेँ सेहो।

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  6. 1.काठमाण्डूमे मैथिलीक महाकवि विद्यापतिके स्मारक
    2.खस भाषा अन्य भाषाके अतिक्रमण क' रहल आ मल्ले के सुन्दर नेवार आ मैथिली संस्कृति मिलैत अछि मैथिली भाषा नेपाल आ भारतबीच सेतु रहल, ई स्वीकारोति नीक लागल।
    कमलकान्त झा, वि·ानाथ पाठक,
    रामरिझन यादव, भुवने·ार गुरमैता, धनाकर ठाकुर, राजमोहन झा, महेन्द्र पासवान आ
    पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड आ जयप्रकाश प्रसाद गुप्ता केँ बधाई

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  7. mithila rajya banay bharto me aa nepalo me, muda dunu deshak akhandata khandit nahi hoay

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  8. jitendra ji dhanyavad tvarit update lel

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  9. ke rokat hamra sabh ke,

    aarsi prasad singh kahait chhathi

    ई अरदराक मेघ ने मानत रहत बरसि के

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  10. maithil ke maithil hoyba me garv takhne hoyat jakhan aarthik roop se ham sabal hoyab, aa samajik drishti se unnat,

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  11. बहुत नीक प्रस्तुति

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